साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष सुनील गंगोपाध्याय के निधन पर शोकसभा
प्रख्यात
बांग्ला लेखक और साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष सुनील गंगोपाध्याय के निधन पर
अकादेमी में आज एक शोकसभा का आयोजन किया गया I इस अवसर पर अकादेमी के
उपाध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी ने कहा की सुनील दा का जाना अकादेमी के
लिए ठीक वैसा ही है जैसे किसी परिवार के मुखिया का गुजर जाना I उन्होंने
अकादेमी में कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की थी विशेषकर युवा पुरस्कार
और बाल साहित्य पुरस्कार I उनके नहीं रहने पर हम बेहद अकेलापन महसूस कर रहे
हैं I इस अवसर पर अकादेमी के तमिल भाषा के संयोजक सिर्पी बालसुब्रह्मन्यम
और गुजराती भाषा के संयोजक विनोद जोशी ने भी उन्हें विभिन्न भारतीय भाषाओँ
के बीच महत्वपूर्ण सेतु के रूप में याद किया I अकादेमी के हिंदी परामर्श
मंडल के संयोजक माधव कौशिक ने कहा की उनका निधन ना केवल बांग्ला बल्कि
पूरे साहित्यिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है I इस अवसर पर साहित्य अकादेमी
के प्रभारी सचिव के एस राव ने कहा की उनका जाना अकादेमी के लिए ही नहीं
बल्कि पूरे देश के पाठकों के लिए दुखद है I शोकसभा के बाद उनकी स्मृति में
एक मिनट का मौन रखा गया I अकादेमी का दिल्ली स्थित मुख्यालय तथा क्षेत्रीय
कार्यालय उनके सम्मान मैं 25 अक्टूबर 2012 को बंद रखे जाएंगे I
-- Dr. Kamal Ahmad
Programme Officer
Sahitya AkademiMinistry of Culture, Government of India
35 Ferozeshah Road
New Delhi-110001
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