वेदों के ज्ञान व यज्ञ के प्रसार से होगी पृथ्वी की रक्षा
छत्रपति शिवाजी जन्म दिवस पर लिया यज्ञ से पृथ्वी रक्षा का संकल्प
नई दिल्ली अप्रेल 22,
2012| वेदों के ज्ञान व
यज्ञ के प्रसार से ही होगी पृथ्वी की रक्षा। यदि सही अर्थों में पृथ्वी का मूल्य
और उसके रक्षण के उपाय खोजकर प्राणी मात्र का कल्याण करना है तो हमें वेदों की ओर
लौटना ही होगा। विश्व पृथ्वी दिवस व छत्रपति शिवा जी के जन्म दिवस की पूर्व संध्या
पर आर्य समाज संत नगर में बोलते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख व आर्य समाज
संत नगर के कार्यकारी प्रधान श्री विनोद बंसल ने यह भी कहा कि वैदिक यज्ञ(हवन) के
प्रसार व गौ सेवा के द्वारा ही विश्व पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है। यज्ञ
के द्वारा विश्व के वातावरण को जहां विषक्त होने से बचाकर प्रदूषण मुक्त बनाया जा
सकता है वहीं गौ संवर्धन के द्वारा जैविक क्रषि का विकास कर भोजन में घुल रहे
रासायनिक जहर से मानव व अन्य प्राणियों की रक्षा की जा सकती है।
छत्रपति शिवा जी के जीवन
व विश्व कल्याण में उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री
अभय वर्तक ने कहा कि शिवा जी महाराज का शौर्य व स्वराज के प्रति समर्पित उनके पूरे
परिवार का योगदान ही है जिसके कारण हम आज यज्ञ व सत्संग कर पा रहे हैं अन्यथा
मुगलिया सल्तनत हमारा सब कुछ तहस नहस कर चुकी होती। महाराष्ट्र से पधारे श्री
वर्तक ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए यह भी कहा कि वीर शिवाजी के जीवन को आज
देश के घर-घर में ले जाने की महती आवश्यकता है तभी हमारा धर्म व राष्ट्र दोंनों
सुरक्षित रह सकेंगे।
दक्षिणी दिल्ली के
ईष्ट आफ़ कैलाश स्थित संत नगर आर्य समाज मन्दिर में पृथ्वी व राष्ट्र रक्षा से
सम्वन्धित पवित्र वेद मंत्रों से यज्ञ में आहूतियां डाली गईं तथा पर्यावरण रक्षा
के प्रति प्रतिवद्धता प्रकट की। वैदिक विदुषी श्रीमति विमलेश आर्या यज्ञ की
व्रम्हा व कार्यक्रम की संचालिका थीं तो समाज की श्रीमति शशी चावला यजमाना थीं।
यज्ञोपरान्त आयोजित भजन-प्रवचन के कार्यक्रम में सातवीं कक्षा की कुमारी विदुषी की
वीर शिवाजी के जीवन पर आधारित स्वरचित कविता ने सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर
दिया। कुमारी वाणी ने विश्व पर्यावरण की रक्षा पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में आर्य
समाज के कोषाध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सूद, श्रीमती राज सूद, श्री मती कान्ता, श्री
मति प्रतिभा व विहिप के जिला उपाध्यक्ष श्री अनिल चतुर्वेदी सहित अनेक गणमान्य लोग
उपस्थित थे।
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